Padmavat‬, ‪Padmaavat‬, ‪Kshatriya‬, ‪India‬, ‪Sanjay Leela Bhansali‬, ‪Jauhar‬‬ Jan 21, 2018 - Now

Padmavat‬, ‪Padmaavat‬, ‪Kshatriya‬, ‪India‬, ‪Sanjay Leela Bhansali‬, ‪Jauhar‬‬

Jan 21, 2018 - Now

 


  • 'पद्मावत' को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद भी यूपी में फिल्म का विरोध लगातार जारी है। जहां ठाकुर समाज फिल्म को प्रसारित न होने की धमकी दे रहे है। वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने भी इसका विरोध शुरू कर दिया है।
    अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के महासचिव सुखबीर सिंह भदौरिया ने फिल्म 'पद्मावत' का विरोध करते हुए कहा है कि मोदी जी इस फिल्म को रिलीज होने से रोक दें नहीं तो देश में गृहयुद्ध के हालत होंगे और मोदी जी को 2019 के लोकसभा चुनावों में परिणाम भुगतना पड़ेगा। अगर फिल्म रिलाज हुई तो देश के सभी सिनेमाघरों में बम रख दिया जाएगा। 
    चित्तौड़गढ़: फिल्म पद्मावत को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद जहां फिल्म प्रदर्शन की तिथि नजदीक आ रही है, वहीं पूरे देश में फिल्म का विरोध तेज होता जा रहा है। विरोध के तहत चित्तौड़गढ़ में आगामी दिनों में कई कार्यक्रम होंगे। पूर्व मेवाड़ राजघराने के महेन्द्रसिंह मेवाड़ ने शनिवार को प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की है। चित्तौड़गढ़ में रविवार को महारानी पद्मिनी पर राष्ट्रीय संगोष्ठी व महिलाओं की ओर से स्वाभिमान रैली निकाली जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पद्मावत को पूरे देश में प्रदर्शित करने का आदेश दिया। इसके बाद से लोगों में आक्रोश बढ़ा है। इसी क्रम में महारानी पद्मिनी की कर्मस्थली चित्तौड़गढ़ के सर्वसमाज के विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। इधर, चित्तौड़गढ़ में महारानी पद्मिनी एक वास्तविकता विषय पर संगोष्ठी का आयोजन रविवार सुबह 10.15 बजे से जौहर स्मृति संस्थान भवन में किया जाएगा। वहीं फिल्म के विरोध में रविवार को चित्तौड़गढ़ में सर्व समाज की महिलाएं स्वाभिमान रैली निकालेगी, जिसमें राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों की महिलाओं से भी शामिल होने का आह्वान किया गया है।

ऐसी अभिव्यक्ति की आजादी विश्व के किसी भी देश में आज तक कलाकारों को नहीं दी गई है, लेकिन पद्मावत के निर्माता ने ऐसा करके संविधान में लिखित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया है, जिससे इतिहास और संस्कृति को हानि पहुंची है। ऐसी विवादित फिल्म को सेंसर बोर्ड ने प्रदर्शन की अनुमति देकर इतिहास और संस्कृति से जुड़े तथ्यों को अनदेखा करने सहित सत्य और मिथ्या का भेद मिटा दिया है। इससे समाज को भारी हानि पहुंची है उसकी भावनाओं को ठेस लगी है। चिट्ठी में महेंद्रसिंह ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से मांग की है कि जनभावना व इतिहास से छेड़छाड़ को देखते हुए इस फिल्म को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक प्रसन्न खमेसरा ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की पालना की जाएगी एवं जो कोई भी इस फिल्म को लेकर कानून व्यवस्था भंग करेगा उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.

 

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