पंकज उधास का गाना सुन रो पड़े थे राजकपूर, पहली ही नजर में एयरहोस्टेस को दिल दे बैठे ये गजल किंग May 17, 2018 - Now



पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जीतपुर में हुआ था. पंकज के पिता एक किसान थे. इसके अलावा उनके दोनों भाई भी सिंगर थे. 'चांदी जैसा रंग है तेरा' गीत से पंकज को पॉपुलैरिटी मिली.पंकज उधास ने कई सारी मधुर नगमें और गजलें गाईं. उन्होंने अपनी सबसे पहली स्टेज परफॉर्मेंस में राष्ट्रभक्ति गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाया था. इस गाने के लिए ऑडियंस से उन्हें 51 रुपये मिले थे.
बात 70 के दशक की है, जब पंकज ने पहली बार फरीदा को देखा था और देखते ही उन्हें दिल दिल बैठे थे। उस वक्त पंकज ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं इसी दौरान दोनों में दोस्ती हुई और दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे।



तीन एल्बम लॉन्च होने के बाद जब पंकज गायकी की दुनिया में प्रसिद्ध हो गए तब फरीदा के पिता से उनका हाथ मांगने गए थे। पंकज उधास ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वे फरीदा के पिता से मिलने गए तो बेहद नर्वस थे। इस मुलाकात के दौरान फरीदा के पिता ने उनसे कहा, ‘अगर आप दोनों को ऐसा लगता है कि आप एक-साथ खुश रह पाएंगे, तो आगे बढ़ें और शादी करें’ और फिर पंकज और फरीदा ने 11 फरवरी, 1982 को शादी की।

अमेरिका में एक कान्सर्ट के दौरान जब पंकज उधास अपनी परफार्मेंस के लिए लेट हो रहे थे तो उन्होंने टैक्सी वाले से गाड़ी तेज चलाने को कहा, जवाब में उसने उन्हीं के गजल की चंद लाइनें दोहरा दी.. ‘जरा आहिस्ता चल..’ तो पंकज ने कहा, ‘भाई लगते तो गोरे हो, हिंदी जानते हो?’ उसने बताया कि वह अफगानी है और उनका फैन है।एयरपोर्ट छोड़कर वह गले मिला और टैक्सी का किराया भी नहीं लिया।

पंकज उधास की सिने करियर की शुरुआत 1972 में प्रदर्शित फिल्म कामना से हुई लेकिन कमजोर कहानी और निर्देशन के कारण फिल्म बुरी तरह असफल साबित हुई। इसके बाद गजल गायक बनने के उद्देश्य से उन्होंने उर्दू की तालीम हासिल करनी शुरू कर दी। पंकज उधास ने लगभग दस महीने तक टोरंटो रेडियो और दूरदर्शन में गाना गाया।

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